मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, काफी समय पहले उनके सिर में चोट लगी थी, जिसकी वजह से वे बीमार रहती थीं।
शनिवार सुबह वे चेन्नई स्थित अपने घर में मृत पाई गईं। अभी तक उनकी मौत का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है।
साल 1980 में वाणी को मीरा फिल्म के, मेरे तो गिरधर गोपाल... गाने के लिए फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था।
गुड्डी फिल्म में उनका गाया बोले रे पपीहरा... गीत भी काफी मशहूर हुआ।
इसके अलावा साल 1991 में उन्हें संगीत पीठ सम्मान से भी नवाजा, वाणी ये सम्मान पाने वाली सबसे कम उम्र की सिंगर थीं। तब उनकी उम्र 46 साल थी।
वाणी ने एमएस इलैयाराजा, आरडी बर्मन, केवी महादेवन, ओपी नैय्यर और मदन मोहन जैसे दिग्गज कंपोजर के साथ काम किया।